एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा के फायदे|Acid Phos 200 Benefits In Hindi
एसिड फास एक होमियोपैथिक दवा है।इसका पूरा नाम एसिडम फास्फोरिकम है।यह ऑक्सीजन और फॉस्फोरस को मिलाकर एक रासायनिक प्रक्रिया द्वारा बनाई जाती है।इसके बाद ही यह दवा अपना काम करना शुरू करती है।
यह दवा उन लोगों के लिए ज्यादा फायदा करती हैं,जो पहले बहुत ही मजबूत और स्वस्थ रहें हों, लेकिन बाद में बहुत अधिक हस्थमैथुन, स्वप्नदोष, अधिक स्त्री प्रसंग आदि कुक्रियाओं को करने के कारण जिनका वीर्य क्षय होने से बहुत ही कमजोर हो गए हैं।
जो मानसिक रूप से इतने कमजोर हो गए हो कि किसी से बात चीत करने अथवा मिलने का मन न करता हो,जिनमें नामर्दी आ गयी हो,जिनकी स्मरण शक्ति बहुत ही कमजोर हो गई हो,जवानी में वृद्धों जैसी हालत हो गयी हो,जो अपने इस गलतियों पर बहुत ही पछतावा करता हो,जो दुःख या किसी के प्रेम से निराश होकर किसी कठिन प्रकार की बीमारी से ग्रस्त हो जाय,तो ऐसे रोगियों के इलाज में एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा फायदा करती है।
एसिड फास के फायदे|Acid phos 200 Benefits
निम्नलिखित लक्षणों में एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा फायदा करती है।
मन के लक्षण
इसका रोगी मानसिक रूप से इतना कमजोर हो जाता है कि वह हमेशा अकेला रहना चाहता है,उसकी स्मरण शक्ति इतनी कमजोर हो जाती है कि उसे कोई भी चीज याद नहीं रहती है।
बोलते समय शब्दों को भूल जाता है, उसे किसी भी प्रकार का वाद-विवाद पसन्द नहीं होता है,किसी के कुछ पूछने पर वह बोलना नहीं चाहता है और वह दीवार की तरफ मुँह करके सो जाता है।
यदि इस प्रकार के लक्षण किसी रोगी में दिखाई दे तो उसमें एसिड फास होमियोपैथिक दवा फायदा करती है।
सिर दर्द के लक्षण
जो छात्र या छात्रायें हमेशा पढ़ाई लिखाई करते हैं जिसके कारण उनकी आंखों पर जोर पड़ता है ।
जिससे उन्हें एक प्रकार का सिर दर्द होता है जो सिर के पीछे से होकर सामने की ओर माथे में आकर स्थिर हो जाता है।
चुपचाप लेटने से कम हो जाता है, एवं शोर गुल से बढ़ जाता है तो इस प्रकार के सिर दर्द को दूर करने के लिए एसिड फास एक अमोघ औषधि है।
आँखों के लक्षण
रोगी को कमजोरी के कारण आंखों के आगे कभी-कभी इंद्रधनुष जैसा रंग दिखाई देता है,आँखों के चारों तरफ हल्के काले-भूरे रंग के घेरे दिखाई देने लगते हैं।
आँखे अंदर की तरफ धस जाती हैं।यदि इस प्रकार के लक्षण किसी रोगी में दिखाई दे तो उस स्थिति में एसिड फास होमियोपैथिक दवा फायदा करती है।
चेहरे के लक्षण
इस दवा में रोगी के शरीर से तेजस्कर पदार्थ निकल जाने के कारण रोगी का चेहरा बिल्कुल फीका दिखाई देने लगता है, आँखों के नीचे काले-काले घेरे दिखाई देने लगतें हैं।
रोगी का गाल बिल्कुल पिचक जाता है, रोगी कम उम्र में ही बुढ्ढा दिखाई देने लगता है, चेहरे की चमक गायब हो जाती है।रोगी किसी के सामने आँखें मिलाकर बात नहीं कर सकता है।
क्योंकि उसे शक होता है कि लोग कहीं हमारी गलतियों को जान न जाएं।यदि इस प्रकार के लक्षण किसी रोगी में दिखाई दें तो उसमें एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा के प्रयोग से फायदा होता है।
खाँसी के लक्षण
रोगी शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण उसकी रोगप्रतिरोधक क्षमता इतनी कमजोर हो जाती है कि वह जरा सी भी ठंडी हवाओं को सहन नहीं कर सकता है।
और जरा सी भी ठंडी हवा लगते ही उसके गले में सुरसूरी होकर खाँसी आने लगती है, यह खाँसी सुबह और शाम को बढ़ती है।
सुबह बलगम निकलता है जिसका स्वाद नमकीन होता है।इस प्रकार के खाँसी के लक्षण में एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा फायदा करती है।
त्वचा के लक्षण
इसमें रोगी के शरीर की त्वचा पर जगह-जगह चींटियों के रेंगने का अनुभव होना इस दवा का प्रमुख लक्षण है।
बहुमूत्र या डायबिटीज के लक्षण
इसमें रोगी को बार बार मूत्र त्याग के लिए जाना पड़ता है।पेशाब बिल्कुल पानी की तरह साफ अथवा खड़िया मिले पानी या दूध की तरह सफेद होता है।
दस्त के लक्षण
रोगी को बार बार पखाना जाना पड़ता है।पखाना जाते समय रोगी को पेट में किसी भी प्रकार का दर्द या मरोड़ नहीं होता है।बल्कि रोगी अपने को हर प्रकार से आराम महसूस करता है।
पूछने पर रोगी कहता है कि जब तक हमें दस्त आता रहता है तब तक हमारी सभी तकलीफें कम रहती हैं, लेकिन जैसे ही किसी कारण से दस्त आना कम होता है, हमारी सब तकलीफें बढ़ जाती हैं।
इसके दस्त सफेद या हल्का पीले रंग का होता है जो कभी कभी हवा खारिज करते समय बिना इच्छा के निकल पड़ता है।
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स्त्री जननेन्द्रिय के लक्षण
जो महिलाएं मानसिक और शारिरिक रूप से बहुत कमजोर होती है, जिन्हें खून की बहुत कमी होती है, जिनका मासिक धर्म समय से बहुत पहले होता है, मासिक धर्म बहुत दिनों तक जारी रहता है, ऋतुस्राव काले रंग का होता है।
कमजोरी के कारण गर्भाशय बाहर निकल पड़ता है, पेशाब ज्यादा मात्रा में और बहुत जल्दी-जल्दी होता है।
मासिक धर्म बन्द होने के बाद प्रदर का स्राव शुरू हो जाता है, ऐसी जननेन्द्रिय के रोग से सम्बंधित स्त्रियों में एसिड फास 200 होमियोपैथिक दवा के उपयोग से फायदा होता है।
पुरूष जननेन्द्रिय के लक्षण
पुरुषों के स्वप्नदोष को दूर करने के लिए एसिड फास एक रामबाण औषधि है।इसमें रोगी को एक ही रात में दो-तीन बार स्वप्नदोष हो जाया करता है।
हस्थमैथुन के कारण वीर्य बहुत पतला हो जाता है,रोगी दूसरों के सामने आँखों से आँखें मिलाकर बात नहीं कर सकता है।
क्योंकि उसे डर होता है कि कोई हमारे कुकर्मो को जान न जाय,संगम के समय बिना तनाव आये ही वीर्य निकल जाता है।
इस तरह के लक्षण किसी रोगी में दिखाई देने पर उसमें एसिड फास 200 होमियोपैथिक मेडिसिन फायदा करती है।
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ग्रन्थियों की सूजन
यदि शरीर की कोई ग्रन्थि (स्तन) में सूजन हो गई हो और उसमें जरा सा भी दर्द न हो तो इस दवा के प्रयोग से सूजन में लाभ होता है।
दर्द रहित अतिसार
इस दवा में रोगी को बार-बार दस्त आता रहता है।इस दस्त से रोगी के पेट में जरा सा भी दर्द या मरोड़ नहीं होता है।
बल्कि रोगी से दस्त के बारे में पूछने पर रोगी कहता है कि हमें बार-बार दस्त आने से हमें सब प्रकार से आराम मिलता है।
यदि दस्त आना बन्द हो जाय तो हमारी सभी तकलीफें बढ़ जाती हैं।दस्त के इस बिचित्र लक्षण में एसिड फास होमियोपैथिक मेडिसिन फायदा करती है।
टाइफाइड ज्वर
इस दवा के ज्वर में रोगी शारिरिक और मानसिक रूप से इतना कमजोर हो जाता है कि कुछ बोलना नहीं चाहता है,हमेशा बेहोशी की हालत में पड़ा रहता है।
डॉक्टर के कुछ पूछने पर मुँह में कुछ बड़बड़ाता है और फिर सो जाता है।टाइफाइड रोग में इस तरह के लक्षण रहने पर ऐसिड फास के प्रयोग से फायदा होता है।
Acid poshporicum ke sath me or ka le sakte hai