नेट्रम म्यूर 6x के फायदे | Natrum Muriaticum 6x Benefits in Hindi

यदि आप इंटरनेट पर नेट्रम म्यूर 6x के फायदे के बारे में सर्च कर रहे हैं तो आज का यह लेख आपके लिए है।इस लेख के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा कि नेट्रम म्यूर 6x क्या होता है?,नेट्रम म्यूर 6x के फायदे और उपयोग के बारे पूरी जानकारी दूंगा।

Natrum Mur 6x Ke Fayde

नेट्रम म्यूर 6x क्या होता है?

नेट्रम म्यूर 6x एक साधारण से खाने वाले नमक को शक्तिकृत करके बनाई जाने वाली बायोकेमिक होम्योपैथिक दवा है।इस दवा का बायोकेमिस्ट्री में सर्वप्रथम प्रयोग डॉक्टर सुसलर ने किया था

सिर से लेकर पांव तक सभी अंगों पर इस दवा का असर होता है।जो लोग देखने में दुबले-पतले,खुश्क और चिडचिड़े स्वभाव के होते हैं।शोर-गुल और गाना-बजाना सुनने से जिनकी तकलीफे बढ़ जाती है।

जो खाने की हर चीजों में नमक ज्यादा खाना पसंद करते हैं और गर्म कमरे में जाने से जिनकी सभी तकलीफें बढ़ जाती हैं ऐसे लक्षणों वाले रोगियों के रोग के इलाज में नेट्रम म्यूर 6x के उपयोग से फायदा होता है।

नेट्रम म्यूर 6x की सामग्री क्या है | Natrum Muriaticum 6x composition in hindi

नेट्रम म्यूर 6x में मुख्य रूप से Nacl (सोडियम क्लोराइड) होता है।

नेट्रम म्यूर 6x के फायदे | Natrum Muriaticum 6x Benefits in Hindi

डॉक्टर सुसलर द्वारा बनाई गई यह दवा निम्नलिखित रोगों में फायदा करती है।

मानसिक गड़बड़ी में

नेट्रम म्यूर रोगी की मानसिक अवस्था बहुत ही सोचनीय होती है।खुशी की बात पर रोना और रोने की बात पर खुश होना इसका स्वभाव होता है।

किसी भी रोग के बारे में सान्त्वना देने पर रोगी का चिढ़ जाना इस दवा का एक विशेष लक्षण है।

सर्दी-खाँसी में

जिन लोगों को जरा सी मौसम की तब्दीली बर्दाश्त नहीं होता है।जरा सा ठंड क्या लगी सर्दी-खाँसी से परेशान हो जाते हैं।

एक सर्दी अच्छी तरह से ठीक भी नहीं हो पाती पीछे से दूसरी सर्दी आक्रमण कर देती है।उसमें नेट्रम म्यूर 6x फायदा करती है।

इस दवा में रोगी को सर्दी के दौरान किसी भी वस्तु की गंध का पता नहीं चल पाता है।

एलर्जिकराइनाइटिस जिसमें रोगी को बार-बार छीकें आती है और नाक से पतला स्राव गिरता है।उसकी यह एक बढियां दवा है।

सिर-दर्द में

सिर-दर्द के लिए नेट्रम म्यूर एक अमोघ औषधि है।इस दवा का सिरदर्द सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच शुरू होता है और दिन चढ़ने के साथ बढ़ता जाता है।

और शाम होते-होते ठीक हो जाता है।कभी-कभी सिरदर्द सूर्योदय के साथ शुरू होता है।रोगी सिरदर्द और प्यास के मारे पागल सा हो जाता है।

रोगी को ऐसा लगता है जैसे कोई सिर पर हथौड़े से मार रहा हो और सिर दर्द के साथ रोगी की दृष्टि कमजोर हो जाती है।

जिन महिलाओं को मासिक धर्म के बाद सिर में दर्द होता है उसमें नेट्रम म्यूर 6x के उपयोग से फायदा होता है।

आँखों की बीमारी में

आँखों की बीमारी के लिए नेट्रम म्यूर एक लाभदायक औषधि है।

इस दवा में रोगी को आँखों में इतना तेज दर्द होता है जैसे किसी ने आँखों में बालू डाल दिया हो।

रोगी को आँखों को खोलने में भी तकलीफ होती है।आँखों से बहुत ज्यादा पानी गिरता है।

वह पानी जहां भी लगता है वहाँ की त्वचा छिल जाती है।धातुगत लक्षण मिलने पर यह दवा आँखों के मोतियाबिंद में भी फायदा करती है।

चर्म रोग में

चर्म रोगों में नेट्रम म्यूर 6x फायदा करती है।इस दवा में रोगी के एक्जिमा से हर समय एक प्रकार का चिपचिपा पदार्थ निकलता रहता है।

जिससे शरीर के रोएं आपस में चिपक जाते हैं।यदि सविराम ज्वर के साथ शरीर में आमवात या खुजली होने लगे तब वहां पर भी नेट्रम म्यूर 6x के उपयोग से फायदा होता है।

इसके अलावा हाथ की हथेली पर मस्से होकर उसमें बहुत अधिक खुजली होने और उसमें से पीब निकलने में यह दवा लाभ करती है।

कब्ज में

कब्ज के लिए नेट्रम म्यूर 6x एक प्रधान औषधि है।इस दवा में रोगी का मल बहुत शख्त और सूखा होता है।

उसे मलत्याग करते समय इतना जोर लगाना पड़ता है कि मलद्वार फटकर उसमें से खून आने लगता है।

कब्ज के कारण यदि बबासीर रोग हो जाय तो भी उसमें नेट्रम म्यूर 6x के उपयोग से फायदा होता है।

अत्यधिक भूख लगने में

नेट्रम म्यूर का रोगी हमेशा खाने की जिद्द किया करता है।फिर भी उसकी भूख शांत नहीं होती है।

अच्छा खाना खाने के बाद भी रोगी का दिन प्रतिदिन दुबला होते जाना नेट्रम म्यूर रोगी का एक विशेष लक्षण है।

रोगी खाने में रोटी बिल्कुल पसंद नहीं करता है।वह केवल नमकीन चीजें और तीते पदार्थ ही खाना चाहता है।

ओठ फटने में

नीचे के ओठ का बीच से फटकर उसमें से खून आना नेट्रम म्यूर होम्योपैथिक दवा का एक विशेष लक्षण है।

यदि सविराम ज्वर में ओठों पर मोती जैसे दाने निकल आवै तो भी इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।

प्रमेह रोग में

प्रमेह रोग यानि कि पेशाब के साथ मूत्रनली से पानी जैसा पतला मवाद निकलने या पीले रंग का स्राव निकलने पर नेट्रम म्यूर फायदा करती है।

पेशाब की बीमारी में

इस दवा में व्यक्ति को बहुत ज्यादा मात्रा में फीके रंग का पेशाब होता है।पेशाब खाँसने, छिकनें या चलने-फिरने के दौरान अनजान में हो जाता है।

इसके अलावा यदि पेशाब करते समय कोई आदमी वहां पर उपस्थित रहे तो व्यक्ति को पेशाब जल्दी नहीं उतरता है और पेशाब करने के लिए बहुत देर तक बैठे रहना पड़ता है।

हृदय रोग में

इस दवा में व्यक्ति को हृदय के अंदर ऐसा महसूस होता है जैसे कोई चिड़िया फड़फड़ा रही है।

चलते-चलते व्यक्ति को ऐसा महसूस होना जैसे हृदय की गति रुक जाएगी।हृदय में बहुत कमजोरी महसूस होती है।हाथ-पैर ठंडा हो जाता है।

स्वप्नदोष में

इस दवा में व्यक्ति को नींद में स्वप्नदोष, स्त्रिसंगम के बाद स्वप्नदोष,सहवास के समय लिंग में कड़ापन न होना,ध्वजभंग और स्वप्नदोष के कारण कमर दर्द आदि समस्याओं में नेट्रम म्यूर फायदा करती है।

हाथ-पैरों के ठंडे होने में

नेट्रम म्यूर के बारे में महात्मा हैनिमैन कहते हैं नेट्रम म्यूर रोगी के हाथ-पैर इतने ठंडे होते हैं कि वह आग से भी गर्म नहीं किये जा सकते हैं।

डॉक्टर हयूज कहते हैं कि इस दवा में नीचे का आधा अंग हदसे ज्यादा ठंडा रहता है।

कमर-दर्द में

इस दवा में व्यक्ति को बहुत तेज कमर दर्द होता है।कमर दर्द के बारे में पूछने पर रोगी कहता है कि जब वह कमर के नीचे तकिया या अपने हाथ की मुठ्ठी लगाकर सोता है तब उसे कमर-दर्द में आराम मिलता है।

मासिक धर्म की गड़बड़ी में

मासिक धर्म को रेगुलर करने के लिये नेट्रम म्यूर एक खास होम्योपैथिक दवा है।इस दवा में रोगिणी को मासिक धर्म बहुत देर से होता है।

जिन बालिकाओं को प्रथम मासिक धर्म होने में बहुत देर होता है उनमें इस दवा के नियमित सेवन से मासिक धर्म खुलकर आने लगता है।

मासिक धर्म के समय सिर में दर्द होना नेट्रम म्यूर 6x होम्योपैथिक दवा का विशेष लक्षण है

योनि की खुश्की में

जिन महिलाओं की योनि खुश्क होती है और उन्हें सेक्स के दौरान योनि में जलन व दर्द का सामना करना पड़ता है उनके लिए नेट्रम म्यूर होम्योपैथिक दवा लाभ करती है।

इसके अलावा योनि की खुश्की में लाइकोपोडियम होम्योपैथिक दवा भी फायदा करती है।

अतिसार में

इस दवा में रोगी को कब्ज और अतिसार एक के बाद एक लगा रहता है।

अतिसार में पानी जैसा पतला मल,कभी खून मिला हुआ, तो कभी बत्तख के अंडे के सफेद भाग जैसा लसदार होता है।

रोगी को पखाना होने के पहले पेट में बहुत गड़गड़ाहट होती है।वायु निकलने के साथ मल निकल पड़ता है।

अतिसार के बाद रोगी को बहुत तेज प्यास लगती है।बच्चों को अतिसार और संग्रहणी रोग होने पर भी यदि ऊपर लिखे लक्षण दिखाई दे तो उसमें नेट्रम म्यूर 6x फायदा करती है।

सुखण्डी रोग में

यह दवा बच्चों के सुखण्डी रोग (मैरस्मस) में ज्यादा फायदा करती है।इस दवा में बच्चा खूब खाता-पीता है फिर भी उसका शरीर सूखता चला जाता है।

नेट्रम म्यूर में बच्चे का गला और गर्दन ज्यादा पतली हो जाती है।मानो वहां का चमड़ा सूख जाता है।

उसमें दरारें पड़ जाती हैं।बच्चे को हर समय प्यास बनी रहती है।इसे ही बच्चे का सुखण्डी या मैरस्मस रोग कहते हैं।

मलेरिया बुखार में

इस दवा में रोगी को सुबह 10 बजे से लेकर 11 बजे के बीच ठंड लगकर बुखार आता है।ठंड हाथ पांव और कमर से शुरू होता है।

रोगी को सिर में इतना भयंकर दर्द होता है कि मानो सिर फट जाएगा।उक्त प्रकार के ज्वर के सभी लक्षणों में नेट्रम म्यूर 6x फायदा करती है।

याद रहे कि ज्वर की बढ़ी हुई अवस्था में नेट्रम म्यूर 6x का प्रयोग नहीं किया जाता है।

नेट्रम म्यूरिएटिकम 6x उपयोग | Natrum Muriaticum 6x Uses in Hindi

निम्नलिखित रोगों के उपचार में नेट्रम म्यूरिएटिकम 6x उपयोग किया जा सकता है।

एनीमिया
कब्ज़
खाँसी
सिर दर्द
हृदय रोग
मलेरिया बुखार
मासिक धर्म सम्बंधी समस्या
सांस संबंधी समस्या
सूखा रोग
त्वचा संबंधी समस्या
मूत्र संबंधी समस्या
मस्सा
एलर्जिक राइनाइटिस
डिप्रेशन

नेट्रम म्यूर 6x कीमत | Natrum Mur 6x Price in Hindi

SBL कम्पनी की 25 gm नेट्रम म्यूर 6x कीमत 90 रुपये है।

नेट्रम म्यूर 6x की खुराक | Natrum Mur 6x Dosage in Hindi

किसी भी होम्योपैथिक दवा के उपयोग की मात्रा रोगी की आयु, लिंग, रोग के लक्षण आदि बातों पर निर्भर करती है।

लेकिन सामान्य रूप से पूर्ण वयस्क लोगों को Natrum Mur 6x की 4 से 6 टेबलेट को दिनभर में 3 बार सीधे जीभ पर या आधा कप गुनगुने पानी में घोलकर लिया जा सकता है।

जबकि बच्चों में Natrum Mur 6x की 2 से 4 टैबलेट को दिनभर में 3 बार अथवा डॉक्टर के परामर्श से प्रयोग करना चाहिए।

नेट्रम म्यूर 6x के नुकसान | Natrum Mur 6x Side Effects in Hindi

नेट्रम म्यूर 6x रोग की गहराई में जाकर असर करने वाली होम्योपैथिक दवा है।

इसलिए किसी भी रोग में इसके प्रमुख लक्षणों को ध्यान में रखकर अथवा डॉक्टर के परामर्श से प्रयोग करने पर इसका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता है।

लेकिन यदि किसी रोग में नेट्रम म्यूर 6x के अधिक सेवन से सिर में चक्कर आने अथवा दर्द बढ़ जाय और कमजोरी लम्बे समय तक बनी रहे तो नक्स वोमिका के सेवन से नेट्रम म्यूर का साइड इफेक्ट दूर हो जाता है।

नेट्रम म्यूर 6x होम्योपैथिक मेडिसिन का सेवन कैसे करें?

नेट्रम म्यूर 6x होम्योपैथिक मेडिसिन को सीधे जीभ पर या आधा कप गुनगुने पानी में घोलकर सेवन करना चाहिए।

नेट्रम म्यूर 6x का अन्य होम्योपैथिक दवाओं के साथ सम्बन्ध

नेट्रम म्यूर एपिस मेल की पूरक औषधि है।एपिस मेल के पहले और बाद में नेट्रम म्यूर के प्रयोग से सर्वोत्तम परिणाम मिलता है।

जिस नये रोग में इग्नेशिया का प्रयोग किया जाता है उसी रोग की पुरानी अवस्था में नेट्रम म्यूर 6x उपयोग से लाभ होता है।

इस लेख में आपने जाना नेट्रम म्यूर 6x के फायदे और उपयोग के बारे में पूरी जानकारी।

नेट्रम म्यूर 6x के फायदे के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेन्ट करके हमें जरूर बताएं।

यदि जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की healthsahayata.inपुष्टि नहीं करता है, इनको केवल सुझाव के रूप में लें, इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

नेट्रम म्यूर 6x के फायदे के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q• नेट्रम म्यूरिएटिकम 6x का उपयोग क्या है?

Ans• नेट्रम म्यूरिएटिकम 6x का उपयोग पुरानी सर्दी,मलेरिया बुखार, कब्ज,एनीमिया सिर दर्द आदि में किया जाता है।

Q• क्या नेट्रम म्यूरिएटिकम बच्चों के लिए सुरक्षित है?

Ans• जी हां डॉक्टर की सलाह से लेने पर नेट्रम म्यूरिएटिकम बच्चों के लिए सुरक्षित है।

Q• नैट्रम म्यूरिएटिकम आप किस तरह से लेते हैं?

Ans• नेट्रम म्यूरिएटिकम 6x को दिनभर में 3 बार 4 से 6 टैबलेट को गुनगुने पानी में घोलकर लेना चाहिए।

Q• नैट्रम म्यूरिएटिकम से क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

Ans• नैट्रम म्यूरिएटिकम को हमेशा डॉक्टर की देख-रेख में ही प्रयोग करना चाहिए।तथा बुखार की बढ़ी हुई अवस्था में इस दवा का कभी भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।

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