Thuja Occidentalis 1M Uses in Hindi | फायदे और उपयोग,खुराक,साइड इफेक्ट्स
Thuja Occidentalis 1M को होम्योपैथिक दवा बनाने वाली विभिन्न कम्पनियों द्वारा बनाया जाता है। थूजा 1M प्लान्ट किंगडम की एक होम्योपैथिक दवा है।
यह दवा सिर से लेकर पांव तक सभी अंगों पर अपना प्रभाव दिखाती है। Thuja Occidentalis 1M का use ब्रांकाइटिस,सूखी खांसी,वैक्टीरियल त्वचासंक्रमण,ऑस्टियोअर्थराइटिस, मुँह के छाले,त्वचा पर होने वाले मुंहासे, स्त्री और पुरुषों की जननेन्द्रिय पर होने वाले मस्से,जोडों के दर्द,गठिया, प्रोस्टेट की सूजन,कैंसर,बवासीर, टीका लगवाने के कारण होने वाले रोग,आँख की पलकों पर होने वाली बिलनी,दांतों के रोग,कान के रोग,दस्त, सिर दर्द,नाखून के रोग आदि समस्याओं के इलाज में Thuja Occidentalis 1M Uses in hindi से फायदा होता है।
थूजा मेडिसिन क्या है?)(What is thuja 1M in hindi)
थूजा एक प्रकार पौधा होता है।जो अमेरिका और कनाडा के जंगलों में पाया जाता है।इन्हीं पौधे के पत्तों से थूजा मेडिसिन बनाया जाता है।
इसका पूरा नाम थूजा आक्सिडेण्टैलिस (Thuja Occidentalis) है।यह एक प्रमेह-विष नाशक होम्योपैथिक दवा है।इस दवा का मुख्य असर चर्म, मूत्रयंत्र और जननेन्द्रिय पर होता है।
thuja Occidentalis 1m को होम्योपैथिक दवा बनाने वाली विभिन्न कम्पनियों जैसे Dr.Reckweg Thuja Occ 1000 CH Dilution,SBL Thuja Occidentals 1M आदि नामों से बनाती हैं।
Thuja Occidentals 1M Dilution के रूप में बाजार में मिलती है इसलिए इस दवा का प्रयोग सीधे जीभ पर या एक चम्मच पानी में मिलाकर करना चाहिए।
थूजा के विभिन्न नाम
• थूजा आक्सिडेण्टैलिस
• वाइट सीडर
• ट्री ऑफ लाइफ
• सीडर लीफ ऑयल
• अमेरिकन अर्बो विरतए
• हैकमटैक
थूजा ऑक्सीडेंटलिस 1M होम्योपैथिक दवा में मिलाई जाने वाली सामग्री | Thuja Occidentalis 1M Ingredients in Hindi
Thuja Occidentalis 1M में मुख्य रूप से थूजा ऑक्सीडेंटलिस के पौधे का मूल अर्क और एल्कोहल ही होता है।
थूजा ऑक्सीडेंटलिस 1M के फायदे | Thuja Occidentalis 1M benefits in Hindi
निम्नलिखित बीमारियों के इलाज में Thuja Occidentalis 1M Benefits करती हैं।
- त्वचा और जननांगों पर होने वाले मस्से मेंच
- चेहरे पर होने वाले मुँहासे में
- गठिया के दर्द में
- गले और मुंह के छाले में
- श्वसन तंत्र संक्रमण में
- दमा, ब्रोंकाइटिस और सूखी खांसी में
- कान में सूजन,दर्द व कान से मवाद आने में
- चर्म रोग,खसरा, चेचक और दाद में
- सिर के दर्द में
- भूख की कमी में
- नाखूनों के टूटने व फंगल इन्फेक्शन में
- यूरेथ्राइटिस की समस्या में
- प्रोस्टेट की सूजन में
- मासिक धर्म की समस्या में
- बार बार पेशाब का आने में
- गर्भपात करने में
- मांसपेशियों के दर्द में
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में
- कैंसर के इलाज में
Thuja Occidentalis 1M Uses in Hindi | थूजा 1M के प्रयोग
निम्नलिखित बीमारियों के इलाज में Thuja Occidentalis 1M Uses in Hindi से लाभ होता है।
1. त्वचा से सम्बंधित समस्या
त्वचा से सम्बंधित कई शिकायतों के इलाज में थूजा होम्योपैथिक मेडिसिन बहुत उपयोगी है।
मस्से: यह दवा स्त्री और पुरूष दोनों के जननांगों और गुदा द्वार पर होने वाले मस्सों के लिए एक बहुत ही असरदर दवा है।इसके मस्से छोटे या बड़े, दांतेदार, फूलगोभी जैसे, चपटे या सींग वाले हो सकते हैं।
कभी-कभी इन मस्सों से खून भी निकल सकता है। मस्से का रंग घर लाल या भूरे रंग का हो सकता है।थूजा के मस्से कठोर या नरम हो सकता है।
उन मस्सों में खुजली व जलन के साथ सुई चुभने जैसा दर्द भी हो सकता है।मस्से गुच्छों के रूप में या अलग-अलग हो सकता है।मस्से छूने के प्रति संवेदनशील हो सकता है।
झाइयां:जिन लोगों की त्वचा तैलीय होती है उनके चेहरे पर होने वाले मस्सों और हल्के भूरे रंग की झाइयों के लिए थूजा एक बहुमुल्य औषधि है।
यह मस्सों और झाइयों, विशेष रूप से हल्के भूरे रंग की झाइयों के इलाज के लिए भी यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दवा है।
रंजकता: शरीर या चेहरे के किसी भी भाग में होने वाले फंगल संक्रमण या दाद का इलाज करने के लिए थूजा एक रामबाण औषधि है।
यह दवा शरीर के किसी भी भाग पर गन्दे या भूरे रंग के निशान के साथ रंजकता का प्रभावी रूप से इलाज करता है।
2. पुरुष जननेन्द्रिय के रोग
पुरुषों में जननेन्द्रि से सम्बंधित कई शिकायतों के इलाज में थूजा होम्योपैथिक मेडिसिन बहुत उपयोगी है।
गोनोरिया रोग: यह दवा पुरुषों के मूत्रमार्ग से निकलने वाले पीले या हरे रंग के गोनोरिया के स्राव और मूत्रमार्ग के सूजन व जलन को ठीक करने के लिए थूजा एक बेहतरीन दवा है।
पुरुष जननांगों पर मस्से: यह दवा पुरुषों के जननांगों पर होने वाले सिंग के आकार के मस्से,फूल गोभी की तरह के मस्से के इलाज में thuja 1M एक प्रभावी दवा है।
पुरुषों में शिश्न मुंडशोथ : यह दवा पुरुषों के लिगं मुंड की सूजन ,जलन व दर्द को दूर करने के लिए thuja 1m को एक प्रभावी दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
पुरुषों में प्रोस्टेट संबंधी समस्या: वृद्धावस्था में होने वाले प्रोस्टेट की सूजन जहां बार-बार पेशाब जाने की इच्छा, पेशाब करने की अचानक इच्छा,पेशाब दो धार में होना आदि शिकायतों को दूर करने के लिए thuja एक प्रभावी दवा है।
3.स्त्रीजननेन्द्रिय के रोग
स्त्रीजननेन्द्रि से सम्बंधित कई रोगों गर्भाशय फाइब्रॉएड, मौसा, डिम्बग्रंथि अल्सर के इलाज में थूजा होम्योपैथिक मेडिसिन बहुत उपयोगी है।
अंडाशय के दर्द: यह दवा महिलाओं के बाएं अंडाशय में होने वाले काटते-फाड़ते दर्द में बेहद लाभकारी होता है।इस दवा में दर्द महिलाओं के बाएं अंडाशय से लेकर कमर और बाएं पैर तक हो सकता है।
महिला ऐसा समझती है कि उसका बायां अंडाशय सूज गया है।पीरियड्स के दौरान उसके बायीं ओर के ओवरी में जलन व दर्द होता है और वह दर्द चलने -फिरने से बढ़ जाता है और चुप-चाप लेते रहने से कम रहता है।
इसके अलावा थूजा का उपयोग महिलाओं के जननांगों पर होने वाले को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
गर्भाशय में पॉलीप्स:महिलाओं के गर्भाशयमें होने वाले गांठ या पॉलिप्स को दूर करने के लिए थूजा एक प्रभावी दवा है।मासिक धर्म के समय होने वाले अत्यधिक रक्तस्राव, प्रदर स्राव,पीठ और कमर में दर्द के अलावा हार्मोन्स असन्तुलन के कारण महिलाओं के चेहरे पर होने वाले अनचाहे बालों को दूर करने के लिए भी थूजा सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली दवाओं में से एक है।
4.मलद्वार के रोग
कब्ज: पुराने कब्ज को दूर करने के लिए जिसमें रोगी को मल बकरी के मेंगनी की तरह होता है उसमें थूजा के उपयोग से फायदा होता है।
इसमें रोगी को गुदाद्वार में संकुचन महसूस होता है।मल त्याग करते समय मलद्वार में बहुत तेज दर्द व जलन होती है।जिसके कारण रोगी मलत्याग करने के बाद घण्टों दर्द से तड़पता रहता है।
मानो मलद्वार में कोई सुई चुभो रहा है।इसप्रकार के लक्षणों में thuja 1m को सप्ताह में एकबार प्रयोग करने से फायदा होता है।
बवासीर: मलत्याग करते समय मलद्वार में होने वाले दर्द व जलन के साथ साथ बवासीर के मस्सों को दूर करने के लिए थूजा एक अमोघ औषधि है।
5. पेशाब से सम्बंधित रोग
यह दवा मूत्र पथ की सूजन,मूत्रमार्ग की कठोरता, मूत्र मार्ग के संक्रमण और प्रोस्टेट से सम्बंधित कई प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस दवा में रोगी को पेशाब करते समय मूत्र मार्ग में जलन,काटने वाले दर्द,पेशाब बूँद बूँद करके टपकना,पेशाब का एकाएक लग जाना,पेशाब का दो धार में निकलना आदि लक्षणों में thuja 1M use करने से फायदा होता है।
6. मन की शिकायतें
इस दवा का रोगी बड़ा ही चिड़चिड़ा और जिद्दी स्वभाव का होता है।जरा सी बात पर रो देता है।लिखने-पढ़ने के काम में हमेशा गलतियां किया करता है।
मानसिक परिश्रम बिल्कुल नहीं करना चाहता है।जीना नहीं चाहता है।वह हमेशा यही सोचता है कि उसके हाथ-पांव कांच के बने हुए हैं और जरा सा ही छूने से टूट जाएगा इसलिए वह किसी को भी अपने पास आने नहीं देता है।
वह सोचता है कि उसके पास कोई अनजान व्यक्ति खड़ा है।उसकी आत्मा किसी दैवीय शक्ति से संचालित हो रही है।
7. टीका लगवाने के दुष्प्रभाव
टीका लगवाने के दोष उत्पन्न सभी बीमारियों जैसे त्वचा पर खुजली होना, पेट से सम्बंधित बीमारी, नसों में दर्द,जोड़ों में दर्द,दमा आदि रोग होने पर थूजा के उपयोग से लाभ होता है।
8. गांठ या ट्यूमर
शरीर में होने वाले किसी भी प्रकार के आकस्मिक ग्रोथ जैसे फैटी ट्यूमर, नाड़ीग्रन्थि, आंख के ट्यूमर (स्टाई, टार्सल ट्यूमर), स्तन ट्यूमर, गर्भाशय के ट्यूमर, पॉलीप्स आदि रोगों के उपचार में थूजा एक प्रभावी एंटी-साइकोटिक दवा है।
9. बालों के झड़ने की समस्या
यह दवा बालों का झड़ना,बालों में रूसी,समय से पहले बालों का सफेद हो जाना,बालों का टूटना,बालों में पपड़ीदार रूसी आदि समस्याओं को ठीक करने के लिए थूजा एक अमोघ औषधि है।
10. नाखूनों के रोग
यह दवा नाखूनों के फंगल संक्रमण,नाखूनों का मोटा और खुरदुरा होना,नाखूनों का फटना,नाखूनों का टेढ़े-मेढ़े होकर निकलना आदि समस्याओं में फायदा करती है।
11. दांतों से सम्बंधित रोग
दांतों से सम्बंधित समस्याओं में इस दवा का उपयोग तब किया जाता है जब दांत का ऊपरी हिस्सा तो ठीक रहता है लेकिन उसकी जड़ घुन जाती है तब इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।इसके अलावा महिलाओं में मासिक धर्म होने से पहले और बाद में होने वाले दांतों के दर्द में यह दवा फायदा करती है।
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थूजा आक्सिडेण्टैलिस 1M का उपयोग कैसे करें? | How To Use Thuja 1M in Hindi
किसी भी होम्योपैथिक दवा के उपयोग करने की मात्रा व्यक्ति की स्थिति, उम्र, चिकित्सा इतिहास, संवेदनशीलता और रोग की गम्भीरता पर निर्भर करती है।
लेकिन यदि आप Warts के लिए Thuja Occidentalis 1M का use करना चाहते हैं तो थूजा 1M को सप्ताह में एक बार 4 से 5 बूँद की मात्रा में सुबह खाली पेट लेना चाहिए।
इसके साथ ही यदि आप thuja mother tincture को प्रभावित स्थान पर कॉटन की सहायता से रात को सोते समय लगाते हैं तो Warts के केस में जल्दी फायदा होता है।
थूजा ऑक्सीडेंटलिस 1M की खुराक | Thuja Occidentalis 1M dosage in Hindi
किसी भी होम्योपैथिक दवाओं की खुराक व्यक्ति की स्थिति, उम्र, चिकित्सा इतिहास, संवेदनशीलता और रोग के गम्भीरता के आधार पर भिन्न होती है।
लेकिन सामान्य खुराक के रूप थूजा 1M की 5 बूंदें सप्ताह में एक बार या डॉक्टर की सलाह के आधार पर इसका सेवन करें। थूजा एक दीर्घ क्रिया करने वाली होम्योपैथिक दवा है इसलिए किसी भी एलोपैथिक दवाओं के साथ इसे लेने से बचना चाहिए नहीं तो इस दवा के क्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
थूजा आक्सिडेण्टैलिस 1M के दुष्प्रभाव |Thuja Occidentalis1M Side Effects in Hindi
थूजा एक प्रभावी एंटी-साइकोटिक और देर तक स्थायी क्रिया करने वाली होम्योपैथिक दवा है।इसलिए किसी भी रोग के इलाज में इसका बार-बार प्रयोग नहीं करना चाहिए नहीं तो इसके निम्नलिखित दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
• गर्भवती महिलाओं को होम्योपैथिक थूजा का प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह से नहीं करना चाहिए।क्योंकि इस दवा के सेवन से गर्भपात होने की सम्भावना रहती है।
• दौरे से पीड़ित व्यक्ति को इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि थूजा के प्रयोग से दौरे में वृद्धि होने की सम्भावना रहती है।
• यदि आप किसी ऑटो-इम्यून बीमारी जैसे रूमेटाइड अर्थराइटिस से पीड़ित हैं तो इस दवा का प्रयोग बहुत ही सोच-समझकर करें नहीं तो थूजा के कारण आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के अधिक सक्रिय हो जाने से ऑटो-इम्यून बीमारी के लक्षण बढ़ सकते हैं।
होम्योपैथिक थूजा आक्सिडेण्टैलिस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q• होम्योपैथिक थूजा किस चीज से बनता है?
Ans• थूजा एक प्रकार पौधा होता है।जो अमेरिका और कनाडा के जंगलों में पाया जाता है।इन्हीं पौधे के पत्तों से थूजा मेडिसिन बनाया जाता है।
Q• होम्योपैथिक दवा थूजा का क्या काम है?
Ans• होम्योपैथिक दवा थूजा का उपयोग जननेन्द्रियों पर होने वाले मस्सों, जोड़ों के दर्द,दमा, खाँसी, बवासीर आदि रोगों के इलाज के लिए किया जाता है।
Q• क्या थूजा के दुष्प्रभाव हैं?
Ans• डॉक्टर की सलाह से लेने पर थूजा का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
Q• थूजा ऑक्सीडेंटलिस किसके लिए अच्छा है?
Ans• थूजा आक्सिडेण्टैलिस उन सभी लोगों के लिए अच्छा है जिनके शरीर में थूजा के लक्षण पाये जाते हैं।
Q• आप मस्से के लिए थूजा क्रीम का उपयोग कैसे करते हैं?
Ans•इसके लिए सबसे पहले मस्से के स्थान को धोकर अच्छी तरह से पोछ लें,उसके बाद थूजा क्रीम को उंगली की सहायता से मस्से के स्थान पर लगाएं और उसे कम से कम दो घण्टे के लिए खुला छोड़ दें।
Q• मस्से हटाने की कौन सी दवा है?
Ans• थूजा आक्सिडेण्टैलिस मस्से हटाने की सबसे अच्छी दवा है।
Q• मस्से हटाने की क्रीम कौन सी है?
Ans• होम्योपैथिक थूजा क्रीम मस्से हटाने की सबसे बेजोड़ दवा है।
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