Anacardium 30 Uses In Hindi |एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक उपयोग

 Anacardium 30 Uses In Hindi |एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक उपयोग

एनाकार्डियम एक होमियोपैथिक दवा है।इसे हिंदी में भिलावा कहा जाता है। इसका पूरा नाम ऐनाकार्डियम ओरिएंटल (Anacardium Orientale) है।

Anacardium 30 Uses In Hindi

यह दवा उन लोगों को ज्यादा फायदा करती है जो लोग हमेशा अपनी कमजोर यादाश्त की शिकायत किया करते हैं।जिन्हें हाल ही कि घटनाएं याद नहीं रहती हैं।

जो जरा सी बात पर कसमें खाते रहते हैं, जिनकी सभी तकलीफे खाना खाने से कम हो जाती हैं।

जो लोग जाने अनजाने में अधिक वीर्यक्षय करके मर्दाना कमजोरी महसूस करते हैं उनके रोग के इलाज में Anacardium 30 uses in hindi|एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक उपयोग से लाभ होता है।

ऐनाकार्डियम के लक्षण

1• एकाएक स्मरण-शक्ति का लोप हो जाना।

2 • हमेशा कमजोर यादाश्त की शिकायत करना।

3 • रोगी ऐसा समझता है कि उसके दो दिल हैं,एक उसे काम करने का आदेश देता है तो दूसरा मना कर देता है।

4 • कठिन विषयों पर हँसना और सामान्य विषयों पर गम्भीर हो जाना।

5 • रोगी का ऐसा समझना जैसे कि चलते समय कोई उसका पीछा कर रहा है।हर किसी को संदेह की दृष्टि से देखता है।

6 • अपने आप को दैव शक्ति ख्याल करना।

7 • छोटी-छोटी बात पर कसमें खाना।

8 • खाना खाने के बाद सिर दर्द, पेट दर्द में आराम हो जाना।

9 • बार-बार मलत्याग की इच्छा होना,लेकिन पखाने में बैठते ही मल त्याग की इच्छा समाप्त हो जाना।

10 • रोगी जहाँ भी जाता है उसे हर जगह विष्ठा की गंध आना।

11 • हाथ और हथेली पर मस्से होना।

12 • मृत व्यक्तियों की आवाजें सुनाई देना।

आदि ऐनाकार्डियम के प्रमुख लक्षण हैं।इन लक्षणों को ध्यान में रखकर अगर इस औषधि Anacardium Orientale 30 का प्रयोग किया जाय तो तुरंत फायदा होता है।

Anacardium 30 Uses In Hindi |एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक उपयोग

निम्नलिखित लक्षणों में एनाकार्डियम 30,200 होम्योपैथिक उपयोग से फायदा होता है।

मानसिक लक्षण

ऐनाकार्डियम रोगी का मानसिक लक्षण बड़ा ही विचित्र होता है।वह रास्ता चलता है तो सोचता है कि उसका कोई पीछा कर रहा है।

कभी-कभी वह सोचता है कि उसके अंदर दो दिल है एक उसे काम करने का आदेश देता है तो दूसरा उसे मना कर देता है।

उसे तरह-तरह की आवाजें सुनाई देती हैं, कभी- कभी वह उसे सत्य समझ लेता है।वह सभी लोगों को संदेह की दृष्टि से देखता है।

वह तुच्छ विषयों को गम्भीर और गम्भीर विषय को तुच्छ समझता है।उसकी स्मरण शक्ति इतनी कमजोर होती है कि वह अपने सगे-सम्बन्धियों का नाम तक भूल जाता है।

इसका रोगी बहुत चिड़चिड़े स्वभाव का होता है।उसे लोगों की संगत पसन्द नहीं होता है।

हमेशा अकेला रहना चाहता है और जरा सी बात पर गुस्सा हो जाता है।इस प्रकार के मानसिक लक्षणों में एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक दवा के उपयोग से फायदा होता है।

सिर दर्द के लक्षण

जो छात्र या छात्रायें रात-दिन पढ़ाई करने में लगे रहते हैं उनके सिर में एक प्रकार का दर्द होने लगता है और वह दर्द सिर के पीछे से होता हुआ आँखों के ऊपर आकर स्थिर हो जाता है। तो इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।

यदि किसी व्यक्ति को सिर दर्द होने लगे और खाना खाने के बाद वह सिर दर्द ठीक हो जाये तो इसके लिए Anacardium orientale 30 Use करने से तुरंत फायदा होता है।

आँखों के लक्षण

आँखों पर ऐनाकार्डियम का बहुत ही अच्छा प्रभाव देखने आता है।यदि किसी व्यक्ति को नजदीक रखी वस्तु दूर दिखाई देने लगे तब ऐनाकार्डियम के प्रयोग लाभ होता है।

इसमें व्यक्ति ऐसा समझता है कि जैसे उसकी आंख की ऊपरी पलक बन्द हो गयी है।

कान के लक्षण

इस दवा में रोगी को लगता है कि उसके कान पर एक ढक्कन लगा हुआ है जिसके कारण उसे कम सुनाई दे रहा है।

कभी-कभी रोगी को ऐसा भी लगता है कि उसके कानों को कोई दबा रहा है।

नाक के लक्षण

इस दवा में रोगी को सूंघने की क्षमता बहुत कम हो जाती है।जिसके कारण रोगी को किसी वस्तु की गंध का स्पष्ट पता नहीं चल पाता है।

हमेशा सर्दी जुकाम बना रहता है।सूंघने की क्षमता में कमी यदि वृद्ध व्यक्तियों में हो तो ऐनाकार्डियम 200 उपयोग से अवश्य ही फायदा होता है।

इस दवा का एक और विशेष लक्षण है कि इसका रोगी जहां कहीं भी जाता है उसे हर जगह चिड़िया के विष्ठा की गंध आती रहती है।

मुँह के लक्षण

इस दवा के रोगी के मुंह से लार टपकता रहता है।मुँह में छाले पड़ जाते हैं।जीभ में सूजन आ जाती है जिसके कारण रोगी कुछ भी स्पष्ट रूप से बोल नहीं पाता है।

रोगी के दोनों ओर के होठों पर जलन होती है मानो उस पर लाल मिर्च पीसकर लगा हो।

चेहरे के लक्षण

इस दवा में रोगी के आँखों के चारों तरफ नीले रंग के घेरे दिखाई देते हैं।चेहरा देखने में एकदम फीका दिखाई देता है। 

पेट दर्द के लक्षण

ऐनाकार्डियम रोगी के पेट का दर्द कुछ खा लेने से कम हो जाता है और पेट खाली होते ही बढ़ जाता है।

लेकिन यदि पेट का दर्द भोजन के 2 से 3 तीन घण्टे बाद अर्थात पाचन क्रिया आरम्भ होने पर बढ़ जाता है तो नक्स वोमिका 200 से फायदा होता है।

कब्ज के लक्षण

ऐनाकार्डियम रोगी को बार-बार पखाने जाने की इच्छा होती है।लेकिन वह इच्छा पखाने में जाने पर समाप्त हो जाती है।

रोगी समझता है कि उसके मलद्वार में कोई चीज अड़ी हुई है।जबकि नक्स वोमिका में रोगी को बार-बार पखाने जाने की इच्छा तो होती है लेकिन पखाना खुलकर नहीं होता है।

किसी भी प्रकार की तकलीफ क्यों न हो यदि खाना खाते ही दूर हो जाये और रोगी को ऐसा मालूम हो कि उसके शरीर के किसी निकास द्वार में कुछ अड़ा हुआ है तो इस प्रकार के लक्षणों को दूर करने के लिए Anacardium orientale एक रामबाण औषधि है।

खाँसी के लक्षण

ऐनाकार्डियम दवा के रोगी को सोते समय खाँसी आती है।कभी – कभी तो रोगी जब खाना खा रहा होता है तो उसे खाँसी आने लगती है।जिसके कारण रोगी ठीक से खाना भी नहीं खा पाता है।

हृदय से सम्बंधित लक्षण

यदि किसी व्यक्ति के हृदय को ढकने वाली झिल्ली में सूजन आ जाये और रोगी को ऐसा मालूम पड़े जैसे कोई उसके हृदय में सुई चुभा रहा हो, और यदि यह समस्या वात रोग की वजह से हो तो उसके लिए ऐनाकार्डियम एक अमोघ औषधि है।

वात रोग के लक्षण

इस दवा में रोगी के गर्दन में बहुत तेज दर्द होता है।रोगी दर्द की वजह से गर्दन को हिला भी नहीं सकता है।

 रोगी ऐसा समझता है कि उसके शरीर के चारों ओर किसी ने एक पट्टी बांध दी है।

घुटने कड़े और ऐसा मालूम होना जैसे घुटने में लकवा मार गया हो रोगी बहुत धीरे-धीरे चलता है।

कभी-कभी पैर की एड़ी से लेकर घुटने तक ऐसा दर्द होता है मानो किसी ने कील ठोक दी है।

त्वचा के लक्षण

यदि किसी व्यक्ति के शरीर पर चेचक के दाने निकल आये और उस दाने के बीच में काले रंग के गड्ढे दिखाई देने लगे तो उस समय एनाकार्डियम 30 होम्योपैथिक उपयोग से चेचक के दाने बहुत ही जल्दी ठीक हो जाते हैं।चेचक का निशान भी नहीं रहता है।

Anacardium 30 Benefits In Hindi

निम्नलिखित लक्षणों में ऐनाकार्डियम 30 के उपयोग से फायदा होता है।

पुरुष जननेन्द्रिय के लक्षण 

इस दवा के बारे में डॉ ह्यूजेस कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति को लगातार वीर्य क्षय  हो रहा हो वह वीर्यक्षय चाहे जाने में हो या अनजान में हो जाने के कारण व्यक्ति को नामर्दी आ गयी हो और इसके साथ यदि व्यक्ति को मानसिक दुर्बलता भी हो तो Anacardium 200 Uses in Hindi उसके लिए एक रामबाण औषधि है।पखाने और पेशाब के समय शुक्रस्खलन होने पर भी इस औषधि के प्रयोग से लाभ होता है।

परीक्षा से डर के लक्षण

इस दवा के रोगी को परीक्षा से डर लगने लगता है क्यों कि उसकी स्मरण शक्ति बहुत ही कमजोर होती है।वह जो कुछ भी पड़ता लिखता है वह भूल जाता है।

इस लिए उसकी परीक्षा नजदीक आने पर उसे परीक्षा का डर सताने लगता है।उसे लगता है कि कहीं वह परीक्षा में फेल न हो जाय।उसकी स्मरण शक्ति इतनी कमजोर होती है कि कभी-कभी तो वह अपने घर के सदस्यों का नाम तक भूल जाता है।

नींद न आने का लक्षण

इस दवा में रोगी को मानसिक दुर्बलता इतनी अधिक होती है कि वह रातों को ठीक से सो नहीं पाता है।हमेशा उसके दिमाग मे कुछ न कुछ चलता रहता है जिसके कारण उसे नींद नहीं आती है।

भ्रम के लक्षण

इस दवा के रोगी को हमेशा इस बात का संदेह बना रहता है कि उसका कोई पीछा कर रहा है।जिसके कारण वह रास्ता चलते समय बार-बार पीछे मुड़कर देखता है।

वह सोचता है कि उसके पास दो मन है एक काम करने को कहता है तो दूसरा उसे मन कर देता है।कभी-कभी उसे मृतात्माओं की आवाजें सुनाई देती है।

स्मरण शक्ति में कमी के लक्षण

इस दवा में रोगी की स्मरण शक्ति इतनी कमजोर हो जाती है कि रोगी अपने परिवार के सदस्यों का नाम तक भूल जाता है।

पढ़ने लिखने वाले विद्यार्थियों को रात दिन पढ़ाई करने के बावजूद परीक्षा देने से डर लगने लगता है।

पढ़ा लिखा कुछ भी उन्हें याद नहीं रहता है।इस प्रकार की भूल की बीमारी में ऐनाकार्डियम 200 का प्रयोग यादाश्त बढ़ाने की सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवा है।

FAQ

Q• ऐनाकार्डियम 30 क्या है?

Ans• ऐनाकार्डियम एक होम्योपैथिक दवा है।

Q• एनाकार्डियम किसके लिए प्रयोग किया जाता है?

Ans• ऐनाकार्डियम का प्रयोग मानसिक दुर्बलता,पेट एवं यौन सम्बन्धित समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।

Q• ऐनाकार्डियम 30 कैसे लेते हैं?

Ans• ऐनाकार्डियम 30 को 4 बूंद सीधे जीभ पर सुबह,दोपहर और शाम को लेना चाहिए।

Q• होम्योपैथिक दवाओं के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

Ans• होम्योपैथिक दवाओं का सेवन करते समय तेज गन्ध वाली वस्तुओं (हींग,प्याज,लहसुन आदि) का सेवन नहीं करना चाहिए।

इस लेख में आपने जाना Anacardium 30 uses in hindi के बारे में पूरी जानकारी।यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके हमें जरूर बतायें।

यदि जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की healthsahayata.inपुष्टि नहीं करता है, इनको केवल सुझाव के रूप में लें, इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Leave a Comment