Rhododendron 200 Uses in Hindi | रोडोडेन्ड्रन 200 होम्योपैथिक दवा के फायदे

होम्योपैथिक में बहुत सी ऐसी दवाएं हैं जिनका उपयोग मौसम के आधार पर किया जाता है।उन्हीं दवाओं में से एक है रोडोडेन्ड्रन।

आज के इस लेख में मैं आप को बताऊंगा कि रोडोडेन्ड्रन 200 क्या है?, रोडोडेंड्रोन का उपयोग क्या है? Rhododendron 200 uses in hindi के क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी।

Rhododendron 200 Uses in Hindi

रोडोडेन्ड्रन 200 क्या है? (What is Rhododendron 200 in Hindi

Rhododendron 200 एक होम्योपैथिक दवा है।यह दवा साइबेरिया में पाए जाने वाले एक विशेष प्रकार के गाछ के डाल, पत्ते और फूल को सुखाकर इसका मूल अर्क बनाया जाता है।

होमिओपैथी में सर्वप्रथम इस दवा की परीक्षा जर्मनी के विख्यात डॉक्टर सिडेल ने की थी।रोडोडेंड्रॉन वात और गठियावात की महान उपकारी दवा है।

रोडोडेन्ड्रन होमियोपैथिक दवा एक विशेष औषधि है जो खासकर अण्डकोष में सूजन हो जाने पर लाभप्रद होती है। इस दवा की प्रकृति उसके मुख्य लक्षण को दर्शाती है – रोग की वृद्धि अंधड़ आने से पहले होती है।

इसका मतलब है कि जब भी बिजली कड़कती है और अंधड़ आने से पहले, रोग बढ़ जाता है, तो रोडोडेन्ड्रन होमियोपैथिक दवा का उपयोग करना चाहिए।

यहां रोग के बढ़ने का कारण ठंड या नमी नहीं होता, बल्कि वायुमंडल में विद्युत के संचार के कारण होता है।

होम्योपैथी में कुछ औषधियां ऐसी भी होती हैं जिनका मौसम से सीधा संबंध होता है। वर्षा-ऋतु में लक्षणों का बढ़ना डलकेमारा में होता है, जबकि अंधड़-बिजली में लक्षणों का बढ़ना रोडोडेन्ड्रन में होता है।

नैट्रम सल्फ, रस टॉक्स और नक्स मौस्केटा नम मौसम की औषधियां हैं, जबकि नैट्रम फॉस उस मौसम की औषधि है, जब बर्फ पिघल रही हो और ठंड पड़ रही हो।

रोडोडेंड्रोन का उपयोग क्या है?
Rhododendron 200 Uses in Hindi

निम्नलिखित रोग लक्षणों में रोडोडेंड्रोन का उपयोग किया जा सकता है।

जोड़ों के दर्द में

एक प्रकार का गठिया और वात रोग जिसमें व्यक्ति को शरीर के एक छोटे से स्थान में एकाएक दर्द होता है, वह दर्द एक स्थान पर बहुत दिनों तक स्थिर नहीं रहता है अर्थात दर्द कुछ दिनों तक रहकर अपने आप ठीक हो जाता है।

फिर होता है और फिर ठीक हो जाता है।तो वहां पर रोडोडेंड्रॉन के उपयोग से लाभ होता है।इसके अलावा आंधी और तूफान आने के पहले और आंधी और तूफान आने के समय में गठिया और वात रोग का प्रकोप बढ़ जाने पर रोडोडेंड्रोन होम्योपैथिक मेडिसिन के उपयोग से फायदा होता है।

और पढ़े

Ruta Graveolens Homeopathic Medicine Uses In Hindi | रूटा ग्रैवियोलेन्स 200 होम्योपैथिक दवा के फायदे

आँखों के ग्लूकोमा में

डाक्टर ऐलेन कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति के आँखों की नसें कमजोर होकर उसे धुँधला दिखाई देने लगे और उसके आँखों का यह रोग आंधी और पानी आने के पहले व आंधी के समय बढ़ जाये तो इस दवा क़े प्रयोग से लाभ होता है।

स्मरण शक्ति की कमजोरी में

जो व्यक्ति किसी सभा या समाज मे बोलते-बोलते अपने विचार भूल जाते हैं कि आगे हमें क्या बोलना है या हम क्या बोल रहे थे। तो इस प्रकार के यादाश्त की कमजोरी को दूर करने में Rhododendron फायदा करती है

दाँतों के दर्द में

जिन व्यक्तियों को मौसम के बदलाव, बिजली की कड़क और आंधी से उनके दाँतों में दर्द हुआ करता है उनके दाँतों के दर्द को दूर करने के लिए Rhododendron एक अमोघ औषधि है।

अण्डकोष की वृद्धि और सूजन में

दाहिनें अण्डकोष के सूजन व दर्द को दूर करने के लिए Rhododendron एक महत्वपूर्ण होम्योपैथिक दवा है।यदि किसी व्यक्ति का सुजाक या वातरोग ठीक होकर पोता बढ़ जाता है तो उसमें Rhododendron के प्रयोग से फायदा होता है।इसमें व्यक्ति की दाहिनें पोते की नस कड़ी हो जाती है।दर्द जांघ और नीचे के पेट तक फैलता है।
छोटे-छोटे बालकों के अंडवृद्धि में भी इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है।

रोडोडेंड्रॉन और रस टॉक्स की तुलना

रोडोडेंड्रन और रस टॉक्स, दोनों में वात-रोग (Rheumatism) का दर्द तर हवा में बढ़ता है और हरकत से कम हो जाता है, परंतु इनमें भेद यह है कि रोडोडेंड्रन का वात-दर्द अस्थियों के आवरण (Periosteum), दांतों, हाथ की, और घुटने के नीचे की हड्डी (Tibia) में अधिक होता है, जबकि रस टॉक्स का वात-दर्द मांस-पेशियों (Muscles) में अधिक होता है।

रोडोडेंड्रन के वात-दर्द में अंधड़ आने से पहले दर्द होता है, और अंधड़ निकल जाने पर दर्द खत्म हो जाता है, जबकि रस टॉक्स का वात-दर्द समूची वर्षा-ऋतु में बना रहता है।

रसटॉक्स का वात-दर्द पहली हरकत में बढ़ता है, जो रोडोडेंड्रन में नहीं होता। वात-रोग में दर्द एक जोड़ से दूसरे जोड़ में चलता फिरता है, जिसका मतलब है दर्द आराम से एक जगह से दूसरी जगह पर आता है। यह लक्षण रोडोडेंड्रन में है, जबकि रसटॉक्स में ऐसा नहीं होता है।

रोडोडेंड्रॉन 200 होम्योपैथिक मेडिसिन की खुराक |
Rhododendron 200 Dose in Hindi

Rhododendron 200 की खुराक व्यक्ति के उम्र,लिंग,बीमारी और रोग की गम्भीरता पर निर्भर करती है।लेकिन सामान्य रूप से Rhododendron 200 को दिनभर में 2 बार 4 बूँद की मात्रा में डायरेक्ट जीभ पर या एक चम्मच पानी में मिलाकर लिया जा सकता है।

Rhododendron 200 होम्योपैथिक दवा की कीमत |
Rhododendron 200 Price in Hindi

Rhododendron 200 होम्योपैथिक दवा की कीमत भिन्न-भिन्न ब्रांड और जगहों पर भिन्न हो सकती है।भारत में  SBL कम्पनी की Rhododendron 200 की 30 ml दवा की कीमत सामान्य रूप से 94 रुपये है।

रोडोडेंड्रॉन 200 के साइड इफेक्ट्स
Rhododendron 200 Side Effects in Hindi

Rhododendron पेड़ पौधों से बनाई जाने वाली होम्योपैथिक मेडिसिन है।यदि इस दवा को डॉक्टर की सलाह से लिया जाता है तो इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।

इस लेख में आपने जाना रोडोडेंड्रॉन क्या है,’Rhododendron 200 uses in hindi के बारे में पूरी जानकारी।Rhododendron 200 uses in hindi के बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेन्ट करके हमे जरूर बताएं।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की healthsahayata.inपुष्टि नहीं करता है, इनको केवल सुझाव के रूप में लें, इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Leave a Comment